एक कहानी
️एक बार की बात है, दो चचेरी बहनें अपनी दादी के घर गई हुई थीं।
️एक अच्छी शाम उन्होंने चिप्स का एक पैकेट खरीदने के लिए पास की दुकान पर जाने का फैसला किया।
️और वे घर से अकेले ही घर में किसी को बताकर निकले।
️और अपने पसंदीदा चिप्स खरीदने के बाद, वे खुशी-खुशी घर वापस जा रहे थे और चिप्स का स्वाद लेना चाहते थे।
️लेकिन वापस लौटते समय उन्हें कोई , आवारा कुत्ते दिखाई दिए।
️आवारा कुत्तों को देखकर वे इतने डर गए, कि उनके कदमों ने उन्हें यू टर्न ले लिया।
️और दो में से एक का उसी शहर में घर था, वह इतनी छोटी थी कि अकेले जाकर खुद को खरीद लेती थी।
️फिर उस छोटी सी बच्ची के घर पहुंच कर ही उनके कदम रुक गए। भगवान का शुक्र है, वह अपने घर का रास्ता याद करने में सक्षम थी, वे बड़े शहर में आसानी से खो सकते थे।
️रात को उन्हें अपनी-अपनी माँ की डाँट पड़ी, अंदाजा लगाइए किसने यह घटना अपनी माँ, उस छोटी लड़की की बड़ी बहन को बताई।
️ अपने भाई/बहिनों को डांटते देखकर भाई-बहनों को क्या खुशी मिलती है, यह मैं भी नहीं जानता। वे इस दृश्य को ऐसे देखते हैं जैसे कोई कॉमेडी शो चल रहा हो।
ओ हाँ, उनके लिए ओउ नो निकला।